Difference between IAS/ IPS and ARMY |
आज के आर्टिकल का टॉपिक है कि Difference between IAS/ IPS and ARMY इसके बारे में इस Article में हम आपको आसान भाषा में जानकारी देंगे-
Indian civil service में सबसे ज्यादा चर्चित में रहने वाले जो सर्विस है वो IAS और IPS हैं और इनकी आज हम Army से तुलना करेंगे
1. IAS or IPS सिविल सेवाओं के अंदर आते हैं जबकि ARMY NDA के अंतर्गत आती है IAS बनने के लिए उम्र 21 से 32 वर्ष है और ग्रेजुएशन होना चाहिए आर्मी में उम्र सीमा 17 से 21 वर्ष है और 12 पास होना जरूरी है
2. एक IAS officer विश्व बैंक और संयुक्त राष्ट्रीय इसकी एजेंसियों में भी काम कर सकते हैं
Is IAS Officer powerful than Army Officer?
1. भारतीय कानून केवल IAS अधिकारियों को भी आपात स्थिति में कानून हाथ में लेने की इजाज़त देता है2. केवल 2 IAS अधिकारियों और राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री या अन्य किसी मंत्रियों की अनुमति के बिना मोहम्मद अजमल आमिर कसाब आतंकवादी को फांसी की सजा देने का निर्णय लिया था
3. किसी भी विरोध के दौरान, प्रधानमंत्री और IAS अधिकारियों की बात मायने रखती है। उनकी बात सेना के जनरल को भेजी जाती है। वह उस बिंदु पर काम को संभालते है।
4. जब कोई भी परिस्थिति पुलिस के नियंत्रण से बाहर हो जाती है तब वे आर्मी को कार्यभार संभालने के लिए कहते हैं जब सिविल गवर्नमेंट ,मौसम, जिला ,राज्य ,केंद्रीय कुछ मामलों में असफल होती है तो वह काम आर्मी को सौंप दिया जाता है
5. अगर बिना अनुमति के कोई क्षेत्र में प्रवेश करने की कोशिश करता है तो गोली चलाने की शक्ति ARMY या गेट पर खड़े सिपाही के पास है
6. पावरफुल आईपीएस ऑफिसर के आगे आर्मी ऑफिसर थोड़ा छोटा होता है लेकिन एक High Rank Army Officer के आगे आईपीएस ऑफिसर छोटा होता है
7. ऐसे उदाहरण भी हुए है जिनमे कि जब IAS के मदद के लिए आर्मी को बुलाया लेकिन वह जॉब उसकी प्रोफाइल से संबंधित नहीं होने के कारण उन्होंने इंकार कर दिया और वे कुछ नहीं कर सके क्योंकि यह आर्मी की शक्ति के अंतर्गत आता है
8. कोई भी Minister या IAS डायरेक्ट एक आर्मी ऑफिसर या उनकी बटालियन को कमांड नही दे सकता हैं
8. कोई भी Minister या IAS डायरेक्ट एक आर्मी ऑफिसर या उनकी बटालियन को कमांड नही दे सकता हैं
Responsibility of IPS and Army
जहां IPS का कार्य कानून व्यवस्था बनाए रखना होता है साथ ही दुर्घटना से बचने निपटने और अपराधियों को अपराध करने से रोकने और यातायात प्रबंध के लिए जिम्मेदार होता है वही आर्मी का कार्य देश की सीमा में रहकर देश पर हमला करने वाले असामान्य गतिविधियों को रोकना है
1. आईपीएस ऑफिसर को CBI और IB अर्धसैनिक बलों जैसे Assam Rifle BSF CRPF ITBP रणनीति खुफिया एजेंसी के नेतृव्त के लिए जाना जाता है और इंडियन आर्मी किसी का नेतृत्व नहीं करती है और उसका काम देश की सुरक्षा करना होता है ये देश के प्रधानमंत्री के आर्डर को फॉलो करते हैं
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2. एक IPS ऑफिसर SP के रूप में अपने करियर को शुरु करता है और राज्य सरकार की सेवा में एक प्रोबेशनरी ऑफिसर के रूप में शुरूआत करता है
Salary and Promotion of IPS vs Army
1. अब बात करें सैलरी की तो वैसे तो यह दोनों ही पोस्ट पर अलग-अलग जगह पर अलग-अलग सैलरी होती है आईपीएस में डिप्टी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस के पद पर सैलरी RS 56100 है तो डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस डायरेक्टर ऑफ आईबी और सीबीआई के पद पर सेवंथ पे कमिशन की जो सैलरी है वह 225000 होती है
आर्मी में विभिन्न कमांडो की सैलरी अलग-अलग होती है जहां आर्मी में लेफ्टिनेंट की सैलरी लगभग 68000 होती है और लेफ्टिनेंट कर्नल की सैलरी 112000 होती है
2. Army और आईपीएस में एक बड़ा डिफरेंस यह है कि आईपीएस के पद पर आपका प्रमोशन फास्ट होता है लेकिन आर्मी के पद पर आपका प्रमोशन थोड़ा स्लो होता है आईपीएस के अंदर आपको प्रमोशन चलता ही रहता है
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